सर्वकार्य साधक श्री हनुमान मन्त्र
जब जीवन में कोई ऐसा समय आये जहां कोई रास्ता न मिल रहा हो, काम लंबे समय से अटके हों और आप विभिन्न ज्योतिषीय, तांत्रिक उपाय टोटके आदि सब कर चुके हों फिर भी सफलता न मिल रही हो
तब श्री हनुमान जी की शरण लें एवम निम्न हनुमान मन्त्र का जप करें।
शुद्ध होकर स्वच्छ वस्त्र पहन कर
आसन : ऊनी या कम्बल का
माला : रुद्राक्ष
दिशा: उत्तर
समय : सूर्योदय से पहले या सूर्यास्त के बाद
संख्या: 7 माला
श्री हनुमान ध्यान
उद्यन्मार्तण्ड कोटि प्रकटरूचियुतं चारूवीरासनस्थं।
मौंजीयज्ञोपवीतारूण रूचिर शिखा शोभितं कुंडलांकम्
भक्तानामिष्टदं तं प्रणतमुनिजनं वेदनाद प्रमोदं।
ध्यायेद्नित्यं विधेयं प्लवगकुलपति गोष्पदी भूतवारिम॥
उदय होते हुए करोड़ों सूर्यों के समान तेजस्वी, मनोरम, वीर आसन में स्थित मुंज की मेखला और यज्ञोपवीत धारण किए हुए कुंडली से शोभित मुनियों द्वारा वंदित, वेद नाद से प्रहर्षित वानरकुल स्वामी, समुद्र को एक पैर में लांघने वाले देवता स्वरूप, भक्तों को अभीष्ट फल देने वाले श्री हनुमान मेरी रक्षा करें।
मन्त्र:
असाध्यम साधका स्वामी
असाध्यम तव किं वद:।
रामदूत कृपा सिंधु:
मत कार्यं साधका प्रभु:।
श्रद्धा पूर्वक किये जाने पर हनुमान जी प्रसन्न होकर कार्य सिद्ध करते हैं इसमे कोई संशय नहीं है।
अन्य किसी प्रकार की जानकारी ,कुंडली विश्लेषण या समस्या समाधान हेतु सम्पर्क कर सकते हैं।
।।जय श्री राम।।
7579400465
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मौंजीयज्ञोपवीतारूण रूचिर शिखा शोभितं कुंडलांकम्
भक्तानामिष्टदं तं प्रणतमुनिजनं वेदनाद प्रमोदं।
ध्यायेद्नित्यं विधेयं प्लवगकुलपति गोष्पदी भूतवारिम॥
उदय होते हुए करोड़ों सूर्यों के समान तेजस्वी, मनोरम, वीर आसन में स्थित मुंज की मेखला और यज्ञोपवीत धारण किए हुए कुंडली से शोभित मुनियों द्वारा वंदित, वेद नाद से प्रहर्षित वानरकुल स्वामी, समुद्र को एक पैर में लांघने वाले देवता स्वरूप, भक्तों को अभीष्ट फल देने वाले श्री हनुमान मेरी रक्षा करें।
मन्त्र:
असाध्यम साधका स्वामी
असाध्यम तव किं वद:।
रामदूत कृपा सिंधु:
मत कार्यं साधका प्रभु:।
श्रद्धा पूर्वक किये जाने पर हनुमान जी प्रसन्न होकर कार्य सिद्ध करते हैं इसमे कोई संशय नहीं है।
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