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Monday, 30 January 2017

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Jyotish tantra - rare tantra articles ज्योतिष तंत्र - दुर्लभ तंत्र सामग्री



Siddha Hattha jodi, siyar singi, kali haldi, dakshinavarti shankh,  ekakshi nariyal, shwetark ganapati, kush/dab ka banda, aam ka banda, gular ka banda, palash ka banda, safed sarson, shri yantra, kak jangha, sahadevi, red gunja, White gunja, black gunja, yellow gunja,  coral ganesh, haridra ganesha, ganesh shankh, parad shivling, shukar dant, gauri shankar rudraksh, rudraksh mala, pearl mala, hakik mala, yantr for gambling, yntra for budiness, ganapti yantra, bhairav kavach, bagulamukhi yantra, etc


सिद्ध हत्थाजोड़ी, सियारसिंगी, काली हल्दी, एकाक्षी नारियल, कुश का बाँदा, आम का बाँदा, पलाश का बाँदा, गूलर का बाँदा, श्वेतार्क गणपति, सहदेवी, काक जंघा, प्रवाल गणेश, हरिद्रा गणपति, गणेश शंख, दक्षिणावर्ती शंख, पारद शिवलिंग, पारद माला, हकीक माला, गोमती चक्र, लाल गुंजा, सफेद गुंजा, काली गुंजा, पीली गुंजा, लक्ष्मी कारक कौड़ी, जुआं सट्टा जीतने का यंत्र, रुद्राक्ष माला, गौरी शंकर रुद्राक्ष, मोती माला, हल्दी माला, गणपति यंत्र, हनुमान यंत्र, बगला कवच, भैरव कवच, व्यापार बन्धन मुक्ति यंत्र, इत्यादि।

।।जय श्री राम।।
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Thursday, 19 January 2017

Maa Varahi kavach श्री वाराही कवचं

।। श्री वाराही कवच ।।

श्री वाराही कवचम् विनियोगः- ॐ अस्य श्रीवाराही-कवच-मन्त्रस्य श्रीत्रिलोचन-ऋषिः, अनुष्टुप्-छन्दः, श्रीआदि-वाराही-देवता, ग्लैं वीजं, स्वाहा शक्तिः, ऐं कीलकं, अभीष्ट-सिद्धयर्थे जपे विनियोगः ।

ऋष्यादि-न्यासः- श्रीत्रिलोचन-ऋषये नमः शिरसि, अनुष्टुप्-छन्दसे नमः मुखे, श्रीआदि-वाराही-देवतायै नमः हृदि, ग्लैं वीजाय नमः गुह्ये, स्वाहा शक्तये नमः नाभौ, ऐं कीलकाय नमः पादयो, अभीष्ट-सिद्धयर्थे जपे विनियोगाय नमः सर्वाङ्गे ।

ध्यात्वेन्द्र-नील-वर्णाभां, चन्द्र-सूर्याग्नि-लोचनां । विधि-विष्णु-सुरेन्द्रादि-मातृ-भैरव-सेविताम् । हार-नूपुर-केयूर-वलयैरुप-शोभितां । ज्वलन्मणि-गण-प्रोत-मुकुटोज्ज्वल-शोभिताम् । शस्त्राण्यस्त्राणि सर्वाणि, स्व-कार्य-करणानि च । करैः समस्तैर्विविधैर्विभ्रतीं मुशलं हलम् ।

वाराही-देवि-कवचं, भुक्ति-मुक्ति-फल-प्रदं ।
 पठेत् त्रिसन्ध्यं रक्षर्थ, रोग-शत्रु-निकृन्तये ।
मेघ-श्याम-रुचि मनोहर-कुचां नेत्र-त्रयोद्भासिताम्,
कोलास्यां शशि-शेखरामचलितैः दंष्ट्रा-तलैः शोभिताम् ।
बिभ्राणां स्व-कराम्बुजै रसि-लतां चर्मासि-पाशं सृणीम्,
 वाराही मनु-चिन्तये ध्रुव-वरारुढां शुभालंकृतिम् ।।

ॐ वर्ताली मे शिरः पातु, वाराही भालमुत्तमं ।
 नेत्रे वराह-वदना पातु, कर्णौ तथाऽन्धिनी ।
रुन्धिनी नासिका पातु, मुखं पातु सुजम्भिनी ।
पातु मे मोहिनी जिह्वां, स्तम्भिनी कण्ठमादरात् ।
स्कन्धौ तु पञ्चमी पातु, भ्रुवौ महिष-वाहिनी ।
सिंहारूढा करौ पातु, कुक्षौ कृष्ण-मुखी सदा ।
हलायुधं च वक्षश्च, मध्येमे मुशली मम ।
नाभिं तु शङ्खिनी पातु, पृष्ठ-देशे तु चक्रिणी ।
खड्गिनी पातु कट्यां तु, मेढ्रयोः पातु खेटकी ।
 गुदं च क्रोडिनी पातु, जघनं स्तम्भिनी तथा ।
 चण्डोच्चण्डा च ऊरु च, जानुनी शत्रु-मर्दिनी ।
 जङ्घा-द्वयोर्भद्र-काली, चामुण्डा गुल्फयोर्द्वयोः ।
 पादौ तदङ्गुलीश्चैव, पातु चोन्मत्त-भैरवी ।
सर्वाङ्गं सततं पातु, काल-सन्दीपनी मम ।
 वाराही-कवचं दिव्यं, सर्व-सिद्धि-प्रदायकम् ।
 सर्व-शत्रु-क्षय-करं सर्व-कार्य-करं शुभम् ।

अन्य किसी जानकारी, समस्या समाधान और कुंडली विश्लेषण हेतु सम्पर्क कर सकते हैं।

।।जय श्री राम।।
अभिषेक बी पाण्डेय
देवभूमि नैनीताल
उत्तराखण्ड

7579400465
8909521616 (whats app)

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Sunday, 8 January 2017

Magical tantra herb white mustard तंत्रोक्त सफेद सरसों

वनस्पति तन्त्र
तांत्रिक जड़ीबूटियां भाग- 13

सफ़ेद सरसों

मित्रों, 
  तंत्र ग्रन्थों , या तंत्र सम्बन्धी पुस्तकों और उपायों में कई जगह सफ़ेद सरसों का उल्लेख्य सामने आता है। किंतु जब व्यक्ति इसकी खोज करते हुए पंसारी या जड़ी बूटी बेचने वाले दुकानदार के पास जाता है तो वो उसे वही पीली सरसों थमा देते हैं या कहते हैं कि एक काली होती है दूसरी सफ़ेद , सफ़ेद मतलब पीली। और इसी प्रकार वो लोगों को गुमराह कर देते हैं और उचित वस्तु न् मिलने पर जब व्यक्ति का काम पूर्ण नहीं होता तो वो तन्त्र विद्या को और करने वाले तांत्रिक या आचार्य आदि को झूठा बताते हैं।

मित्रों, सफ़ेद सरसों पीली सरसों के मुकाबले काफी दुर्लभ होती है। ये बिलकुल सफ़ेद नहीँ होती बल्कि हल्की पीली होती है और पीली सरसों के साथ रख के तुलना करने पर अपेक्षाकृत सफ़ेद पाई जाती है। 

सफ़ेद सरसों के कुछ प्रयोग

1.कार्य सिद्धि गणपति प्रयोग

कृष्ण पक्ष चतुर्थी से शुक्ल पक्ष चतुर्थी तक प्रतिदिन भगवान गणपति का अभिषेक एवम तर्पण कर श्वेत तिल, श्वेत सरसों , गुड़ और घी से 108 आहुति दी जाएं तो सर्वकार्य सिद्धि होती है।

2.  व्यापार वृद्धि

A. किसी शुभ दिन शुभ नक्षत्र में सवा मुठ्ठी सफ़ेद सरसों, सवा मुट्ठी काले तिल और ईतनी ही नाग केसर लाल कपड़े में लेकर धूप दीप कर दुकान के प्रवेश द्वार के ऊपर लटकाने से व्यापार सुदृढ होता है।

B. सफ़ेद सरसों को एक कांच के गिलास में भर कर ऊपर से शुद्ध कपूर का एक टुकडा रख ढक्क्न लगाकर अपने काउंटर या ऐसी जगह रखें कि आने जाने वाले ग्राहको की नज़र उसपर पड़े। ये दुकान को बुरी नज़र से भी बचाएगा और व्यापार भी बढ़ाएगा।

C. निर्गुन्डी मूल और सफ़ेद सरसों दुकान के वायव्य कोण में रखने से ग्राहकों की आमद बढ़ती है।

3. वशीकरण

विजया की पत्ती और सफ़ेद सरसों को सिल पर पीस कर मिश्रण निर्माण करें और तिलक करें तो सर्वजन वशीकरण होता है।
साध्य का स्मरण करते हुए तिलक लगाएं और उसके सामने जाएँ, ऐसा कुछ बार करने से साध्य का वशीकरण होने लगता है।

4. मोहन

लौंग, केसर, चन्दन, नागकेसर, सफ़ेद सरसो, इलायची, कूठ, तगर, गोरोचन, को पुष्य नक्षत्र में धतूरे के रस में पीस कर तिलक करने से सर्वजन वशीकरण होता है।

5. ऊपरी बाधा/ हवा निवारण

नीम के पत्ते, हिंगुल, सफ़ेद सरसो, वच और सर्प की केंचुल को खैर की लकड़ी के कोयले पर धूनी देने से ऊपरी बाधा दूर होती है।

6. शत्रु नाश प्रयोग

निर्जन् स्थल या नदी तट पर स्थित वट वृक्ष के नीचे मदार के पत्ते और सफ़ेद सरसो पीस कर देवी दुर्गा की प्रतिमा का निर्माण करें और कृष्ण पक्ष अष्टमी से चतुर्दशी पर्यन्त विधिवत पूजन शत्रु नाश की कमना से करें तो एक मास में ही उसके शत्रु का सर्वनाश होता है।( मन्त्र एवम पूर्ण प्रयोगगुप्त है)

7.  ग्रह शांति

गुरु ग्रह यदि शुभफल न् दे रहा हो तो उसकी शांति के लिए मालती के फूल और सफेद सरसों जल में डाल कर स्नान करने से लाभ होता है।

8. उपरत्न प्रयोग

यदि सफ़ेद पुखराज खरीदने में सक्षम न् हों तो चाँदी के ताबीज़ में गुरु के यंत्र संग सफ़ेद सरसो भर कर पहनने से उचित लाभ मिलता है।

9. फसल रक्षा

सफ़ेद सरसों और बालू या रेत को खेत के चारो कोनो में डाल कर ऊपर से सिरस की कील लगा दी जाये तो चूहे आदि नुकसान दायक जीव फसल नष्ट नहीं कर पाते।

10. नज़र रक्षा

पुष्य नक्षत्र में सफ़ेद सरसो, सफ़ेद चंदन, घोड़बच, उपलेट एवम कपूर पीस कर गोली बनाकर रख लें।
नज़र लगने पर यह गोली घिस कर तिलक करें।

यदि पालतू पशुओ को भी नज़र लगी हो तो वो भी इस तिलक से उतर जाती है।


अन्य किसी प्रकार की जानकारी ,कुंडली विश्लेषण या समस्या समाधान हेतु सम्पर्क कर सकते हैं।
।।जय श्री राम।।
अभिषेक बी पाण्डेय
देवभूमि नैनीताल
उत्तराखण्ड
7579400465
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