मित्रों
अक्षय तृतीया पर्व है अक्षय फल प्राप्ति का। आज इसे खरीददारी का पर्व बना दिया गया है की सोना खरीदें, चाँदी खरीदें, कार बाइक खरीदें। किन्तु ये पर्व है अक्षय पुण्य फल प्राप्ति का जो खरीदकर नहीं अपितु दान देकर प्राप्त होगा।
खरीदने और दान देने के लिए जरूरी है की स्वयं का पर्स भरा रहे। आज एक सरल सा उपाय बता रहा हूँ जिसे करने से आपके पर्स में कभी भी लक्ष्मी यानि पैसों की कमी नहीं होगी।
कल शाम सूर्यास्त के समय निम्न यन्त्र को अष्टगन्ध की स्याही से चमेली की कलम से सादे सफेद कागज पर 108 बार लिखें।
फिर 109 वां यन्त्र भोजपत्र पर लिखें।
ध्यान मन्त्र:-
ॐ श्री महालक्ष्म्यै नमः पद्मानने पद्मिनि पद्म-हस्ते पद्म-प्रिये पद्म-दलायताक्षि।विश्वे-प्रिये विष्णु-मनोनुकूले, त्वत्-पाद-पद्मं मयि सन्निधत्स्व।।पद्मानने पद्म-उरु, पद्माक्षी पद्म-सम्भवे।त्वन्मा भजस्व पद्माक्षि, येन सौख्यं लभाम्यहम्।
मन्त्र:-
ॐ श्रीं ह्रीँ क्लीं ॐ ऐं स्वाहा।
प्रत्येक यन्त्र में बीज अंक भरते समय मन्त्र का जप करें। इस प्रकार 108 यंत्र में 9 अंक भरते हुए
109 x9= 981 जप हो जायेंगे।
भोजपत्र पर बने यन्त्र का पंचोपचार धूप दीप से पूजन कर हल्दी से रंगे 21 अक्षत चढ़ाएं, और 1 माला जप करें।
फिर इसे मोड़ कर अपने पर्स में रख लें।
माँ लक्ष्मी की कृपा आपके पर्स पर सदैव बनी रहेगी लेकिन तभी जब आप इसका सदुपयोग करें और जरूरत मन्दो की मदद करें दान के रूप में।
शास्त्रों के अनुसार अक्षय तृतीया पर किए गए दान का महत्व अन्य मास की किसी भी शुभ तिथि और अवसरों पर किए गए दान से अधिक है।
शास्त्रों के मुताबिक अक्षय तृतीया पर कुछ खास चीजों का दान सुयोग्य व्यक्ति को करने से भगवान विष्णु भी प्रसन्न होते हैं।
1. जल से भरा मिट्टी का घड़ा, कलश व वस्त्र
2. कलश के साथ ककड़ी या खरबूजा
3. पंखा, चरण पादुका (जूते या चप्पल)
4. छाता
5. अनाज
6. जौ, गेंहूं
7. चने का सत्तू
8. दही-चावल
9. मौसमी फल जैसे खरबूजा, आम आदि।
10. खारक
11. गुड़ और अरहर यानी तुवर की दाल
12. चना या चने की दाल
13. गर्मी के मौसम में उपयोगी पदार्थ और वस्तु
14. गन्ने का रस
15. दूध से बनी मिठाइयां
16. भूमि
17. जल दान
18. केशर
19. अष्टगंध
20. लाल चंदन
21. गोरोचन
22. शंख
23. चाँदी के बर्तन में घी
24. कस्तूरी
25. घंटी या घंटाल
26. मोती या मोती की माला
27. काँसे के बर्तन में सोना
28. माणिक रत्न
29. सोने के बर्तन
30. गाय
तो आप भी अपने सामर्थ्य अनुसार कल कुछ न कुछ अवश्य दान करें और इस यन्त्र को बनाकर अपने पर्स में रखें।
For more easy & useful remedies visit:
http://jyotish-tantra.blogspot.in
।।जय श्री राम।।
7579400465
8909521616(whatsapp)
अक्षय तृतीया पर्व है अक्षय फल प्राप्ति का। आज इसे खरीददारी का पर्व बना दिया गया है की सोना खरीदें, चाँदी खरीदें, कार बाइक खरीदें। किन्तु ये पर्व है अक्षय पुण्य फल प्राप्ति का जो खरीदकर नहीं अपितु दान देकर प्राप्त होगा।
खरीदने और दान देने के लिए जरूरी है की स्वयं का पर्स भरा रहे। आज एक सरल सा उपाय बता रहा हूँ जिसे करने से आपके पर्स में कभी भी लक्ष्मी यानि पैसों की कमी नहीं होगी।
कल शाम सूर्यास्त के समय निम्न यन्त्र को अष्टगन्ध की स्याही से चमेली की कलम से सादे सफेद कागज पर 108 बार लिखें।
फिर 109 वां यन्त्र भोजपत्र पर लिखें।
ध्यान मन्त्र:-
ॐ श्री महालक्ष्म्यै नमः पद्मानने पद्मिनि पद्म-हस्ते पद्म-प्रिये पद्म-दलायताक्षि।विश्वे-प्रिये विष्णु-मनोनुकूले, त्वत्-पाद-पद्मं मयि सन्निधत्स्व।।पद्मानने पद्म-उरु, पद्माक्षी पद्म-सम्भवे।त्वन्मा भजस्व पद्माक्षि, येन सौख्यं लभाम्यहम्।
मन्त्र:-
ॐ श्रीं ह्रीँ क्लीं ॐ ऐं स्वाहा।
प्रत्येक यन्त्र में बीज अंक भरते समय मन्त्र का जप करें। इस प्रकार 108 यंत्र में 9 अंक भरते हुए
109 x9= 981 जप हो जायेंगे।
भोजपत्र पर बने यन्त्र का पंचोपचार धूप दीप से पूजन कर हल्दी से रंगे 21 अक्षत चढ़ाएं, और 1 माला जप करें।
फिर इसे मोड़ कर अपने पर्स में रख लें।
माँ लक्ष्मी की कृपा आपके पर्स पर सदैव बनी रहेगी लेकिन तभी जब आप इसका सदुपयोग करें और जरूरत मन्दो की मदद करें दान के रूप में।
शास्त्रों के अनुसार अक्षय तृतीया पर किए गए दान का महत्व अन्य मास की किसी भी शुभ तिथि और अवसरों पर किए गए दान से अधिक है।
शास्त्रों के मुताबिक अक्षय तृतीया पर कुछ खास चीजों का दान सुयोग्य व्यक्ति को करने से भगवान विष्णु भी प्रसन्न होते हैं।
1. जल से भरा मिट्टी का घड़ा, कलश व वस्त्र
2. कलश के साथ ककड़ी या खरबूजा
3. पंखा, चरण पादुका (जूते या चप्पल)
4. छाता
5. अनाज
6. जौ, गेंहूं
7. चने का सत्तू
8. दही-चावल
9. मौसमी फल जैसे खरबूजा, आम आदि।
10. खारक
11. गुड़ और अरहर यानी तुवर की दाल
12. चना या चने की दाल
13. गर्मी के मौसम में उपयोगी पदार्थ और वस्तु
14. गन्ने का रस
15. दूध से बनी मिठाइयां
16. भूमि
17. जल दान
18. केशर
19. अष्टगंध
20. लाल चंदन
21. गोरोचन
22. शंख
23. चाँदी के बर्तन में घी
24. कस्तूरी
25. घंटी या घंटाल
26. मोती या मोती की माला
27. काँसे के बर्तन में सोना
28. माणिक रत्न
29. सोने के बर्तन
30. गाय
तो आप भी अपने सामर्थ्य अनुसार कल कुछ न कुछ अवश्य दान करें और इस यन्त्र को बनाकर अपने पर्स में रखें।
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